चैत्र नवरात्रि 2025: कलश स्थापना का शुभ समय और माँ दुर्गा की कृपा पाने का संकल्प

नवरात्रि का त्योहार हिंदू धर्म में उत्साह और आस्था का प्रतीक माना जाता है। चैत्र माह में आने वाली नवरात्रि को विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि इसी से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। अगर आप भी 2025 में माँ दुर्गा की विशेष कृपा चाहते हैं, तो कलश स्थापना (घटस्थापना) के शुभ मुहूर्त और आसान तरीकों के बारे में जान लें।

चैत्र नवरात्रि का महत्व: नया साल, नई उम्मीदें

  1. नवरात्रि के नौ दिन माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का समय होता है।
  2. इस दौरान व्रत, पूजा और मंत्रों का विशेष प्रभाव माना जाता है।
  3. चैत्र नवरात्रि से ही फसलों के नए सीजन और व्यापारिक गतिविधियों की शुरुआत भी होती है।

2025 में कब है कलश स्थापना? शुभ तिथि और समय

चैत्र नवरात्रि शुरुआत: चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरुआत रविवार, 30 मार्च 2025 से होगी और इसका समापन रविवार, 6 अप्रैल 2025 को होगा।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त: 30 मार्च को सुबह 6:13 बजे से 10:22 बजे तक रहेगा।

कलश स्थापना की तैयारी: ये चीजें रखें तैयार

  • मिट्टी का घड़ा या कलश, नारियल, आम के पत्ते, लाल कपड़ा, चावल, और सिक्के।
  • फूल, घी, दीपक, और माँ दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति।
  • पूजा सामग्री की कीमत लगभग ₹500 से ₹1000 तक हो सकती है (स्थान और सामग्री के आधार पर)।

कैसे करें कलश स्थापना? आसान स्टेप्स

  1. सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
  3. कलश में जल भरकर उसे लाल कपड़े से ढकें।
  4. नारियल को कलश पर रखकर आम के पत्तों से सजाएँ।
  5. माँ दुर्गा के मंत्रों का जाप करते हुए दीपक जलाएँ।

टिप: अगर शुभ मुहूर्त में समय न मिले, तो अभिजीत मुहूर्त या सामान्य समय में भी पूजा कर सकते हैं।

कलश स्थापना के फायदे: क्यों है जरूरी?

  • घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  • मनोकामनाएँ पूरी होने और संकटों से रक्षा की मान्यता।
  • नवरात्रि के बाद कलश का जल घर में छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है।

नवरात्रि में क्या चढ़ाएं माँ को खास चीजों की लिस्ट

  1. प्रसाद: फल, खीर, पंचामृत, और घर का बना भोग।
  2. विशेष उपहार: लाल चुनरी, चूड़ियाँ, या सिंदूर।

ध्यान रखें: नॉनवेज, प्याज़-लहसुन और अधिक नमक से परहेज करें।

    याद रखने वाली बातें

    • पूजा के दौरान मन शांत और एकाग्र रखें।
    • नौ दिनों तक व्रत करने वाले हल्का और सात्विक भोजन लें।
    • कलश को नवरात्रि के अंत तक सही जगह पर रखें।

    सुझाव: अगर पहली बार पूजा कर रहे हैं, तो किसी जानकार या पंडित से सलाह जरूर लें।

    नवरात्रि 2025: समय और भक्ति का संगम

    चैत्र नवरात्रि सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि अपने आप को नई ऊर्जा से भरने का मौका है। शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करके आप माँ के आशीर्वाद को अपने घर बुला सकते हैं। याद रखें, भक्ति और विश्वास ही सबसे बड़ी पूजा है!

    नोट: यह जानकारी पारंपरिक मान्यताओं पर आधारित है। किसी भी नियम या मुहूर्त के लिए विशेषज्ञ की राय जरूर लें।

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