Nirjala Ekadashi 2025 कब है?

अगर आप सोच रहे हैं, “Nirjala Ekadashi 2025 कब है?” तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हैं। यह पवित्र पर्व हिंदू धर्म में अपनी गहरी धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यता के लिए जाना जाता है। व्रत रखने वाले भक्तों के लिए यह दिन बेहद खास होता है। चलिए, Nirjala Ekadashi 2025 से जुड़ी हर जरूरी जानकारी पर एक नजर डालते हैं।

  • Nirjala Ekadashi 2025 की तिथि और समय:

Nirjala Ekadashi 2025 इस साल शुक्रवार, 25 जून 2025 को है। यहां इसके सटीक समय की जानकारी दी गई है:

  • Nirjala Ekadashi तिथि शुरू: 24 जून की शाम 4:41 बजे शुरू होगी
  • Nirjala Ekadashi तिथि समाप्त: 25 जून की शाम, 06:55 बजे समाप्त होगी।

सही समय पर पूजा और व्रत का पालन करने से भगवान विष्णु की अधिकतम कृपा प्राप्त होती है।

Nirjala Ekadashi 2025 क्यों खास है?

“Nirjala” का अर्थ है “जल के बिना।” इस दिन भक्त न केवल भोजन, बल्कि पानी का भी त्याग करते हैं। सुनने में कठिन लगता है,लेकिन यह एक व्रत पूरे साल की 24 Ekadashi के बराबर पुण्य प्रदान करता है। यही वजह है कि इसे इतना खास माना जाता है।

Nirjala Ekadashi 2025 का महत्व

अगर आप सोच रहे हैं, “यह सब क्यों करना चाहिए?” तो ये कारण हैं:

  1. आध्यात्मिक लाभ: इस दिन व्रत रखने से आत्मा की शुद्धि होती है और पापों से मुक्ति मिलती है।
  2. स्वास्थ्य लाभ: उपवास आपके पाचन तंत्र को आराम देता है (बस अगले दिन ज्यादा मत खा लेना!)।
  3. भगवान विष्णु का आशीर्वाद: भक्त समृद्धि और शांति के लिए भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करते हैं।

Nirjala Ekadashi 2025 का पालन कैसे करें?

यहां Nirjala Ekadashi मनाने का सरल तरीका बताया गया है:

  • सुबह की शुरुआत
    1. स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
    2. दीपक जलाकर भगवान विष्णु की पूजा करें।
    • भोजन और पानी से दूर रहें
      1. हां, यह मुश्किल है, लेकिन याद रखें, यह सिर्फ एक दिन की बात है।
      • भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें
        1. “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें।
        2. भगवान विष्णु की कहानियां पढ़ें या सुनें।
        • दान और पुण्य करें
          1. जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, या धन का दान करें। यह आपके व्रत के पुण्य को कई गुना बढ़ा देता है।
          • व्रत खोलें
            1. अगले दिन पारणा के समय व्रत खोलें और भगवान की आरती करें।

            Nirjala Ekadashi से जुड़ा तथ्य

            क्या आप जानते हैं कि Nirjala Ekadashi को भीमसेन Ekadashi भी कहा जाता है? महाभारत के पात्र भीम, जो भोजन के बिना नहीं रह सकते थे, को महर्षि वेदव्यास ने Nirjala Ekadashi का पालन करने की सलाह दी थी ताकि उन्हें साल भर की सभी Ekadashi का फल प्राप्त हो।

            Nirjala Ekadashi 2025 से जुड़े FAQs

            प्रश्न: क्या मैं Nirjala Ekadashi के दौरान पानी पी सकता हूं?
            उत्तर: परंपरागत रूप से नहीं। लेकिन अगर स्वास्थ्य कारणों से पानी पीना जरूरी है, तो ऐसा कर सकते हैं। भक्ति ज्यादा महत्वपूर्ण है।

            प्रश्न: व्रत खोलने के बाद क्या खा सकते हैं?
            उत्तर: साधारण शाकाहारी भोजन, जिसमें प्याज और लहसुन न हो।

            प्रश्न: क्या बच्चे Nirjala Ekadashi का पालन कर सकते हैं?
            उत्तर: बच्चे पूजा और अनुष्ठान में भाग ले सकते हैं।

            निष्कर्ष

            Nirjala Ekadashi 2025 केवल एक व्रत नहीं है, बल्कि यह भगवान विष्णु के प्रति आपकी भक्ति और विश्वास को गहरा करने का मौका है। इस पवित्र दिन को पूरी श्रद्धा के साथ मनाएं और भगवान विष्णु से आशीर्वाद प्राप्त करें।

            याद रखें, व्रत की कठोरता से ज्यादा आपकी भक्ति और नीयत मायने रखती है।

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